Tuesday, May 19, 2020

बेरोजगारी

बेरोजगारी किसे कहते हैं
बेरोजगारी उसे कहते हैं जिसमें व्यक्ति को अपनी योग्यता के अनुसार रोजगार नहीं मिल पाता है तथा जहां पर काम कम तथा काम करने वालो की संख्या अधिक होती है इस क्षेत्र को बेरोजगार कहते हैं जिसके अंतर्गत व्यक्ति को आपने योग्यता के अनुसार रोजगार उपलब्ध नहीं होता है यही कारण है हमारी देश की गरीबी का क्योंकि योग्यता रखने वालों के पास उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार नहीं मिल पाता है तथा जहां पर दो व्यक्तियों का कार्य होता है वहां पर चार व्यक्ति काम करने लग जाते हैं
 सरकार द्वारा उठाए गए कदम
सरकार ने बेरोजगार के लिए रोजगार देने का वादा किया है तथा बेरोजगारों को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार देने की कोशिश कर रही है जिससे हमारे देश की आर्थिक स्थिति सही हो जाएगी तथा हमारे देश में गरीबी भी कम हो जाएगी 
भारत सरकार ने ग्रामीण विकास एवं सामुदायिक कल्याण की दृष्टि से राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार अधिनियम फरवरी 2006 में लागू किया इस योजना का संक्षिप्त नाम नरेगा रखा गया जिसमें अक्टूबर 2009 से महात्मा गांधी का नाम  जोड़ा गया इसका संक्षिप्त नाम मनरेगा पड़ा विश्व रोजगार गारंटी योजना में अकुशल व्यस्क के स्त्री या पुरुष को श्रम युक्त रोजगार दिया जाता है परंतु रोजगार न देने पर बेरोजगार भत्ता देने का प्रावधान है

संत रामपाल जी महाराज द्वारा किए गए कार्य
बेरोजगार का इतना बढ़ना इसके कई कारण हैं बेरोजगार बढ़ने का एक कारण यह है कि देश में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी की घटना बढ़ रही है जिसके कारण व्यक्ति को अपनी योग्यता के कारण रोजगार नहीं मिल पा रहा है व्यक्ति के पास योग्यता तो पूर्ण है लेकिन जब उनसे भ्रष्टाचारी तथा जिसका रिश्वतखोरी की बात की जाती है तो वहां पर अपनी योग्यता को भूल जाते हैं तथा उस रोजगार की तरफ न जाकर अपने आसपास ही कुछ छोटे-मोटे काम करने लग जाते हैं जिसके कारण आज हमारे देश में बेरोजगारी का कहर छाया है अगर हमें बेरोजगारी को खत्म करना है तो पहले हमें भ्रष्टाचार तथा रिश्वतखोरी को समाप्त करना चाहिए अगर भ्रष्टाचारी तथा रिश्वतखोरी नहीं होगी तो व्यक्ति को अपनी योग्यता के अनुसार रोजगार मिल सकता है लेकिन आज पूरे देश में सभी भ्रष्टाचारी हो गए हैं लेकिन उनमें कुछ ईमानदार भी हैं संत रामपाल जी महाराज ने अपने अनुयायियों को यह जानकारी दी है की भ्रष्टाचारी और रिश्वतखोरी यह बहुत बुरा काम है जिससे व्यक्ति को बहुत बुरी सजा मिलती है 

No comments:

Post a Comment