Tuesday, May 12, 2020

बेरोजगारी

बेरोजगार किसे कहते हैं
‘बेरोजगार उस व्यक्ति को कहा जाता है जो कि बाजार में प्रचलित मजदूरी दर पर काम तो करना चाहता है लेकिन उसे काम नही मिल पा रहा है.’
बेरोजगारी की परिभाषा हर देश में अलग अलग होती है. जैसे अमेरिका में यदि किसी व्यक्ति को उसकी क्वालिफिकेशन के हिसाब से नौकरी नही मिलती है तो उसे बेरोजगार माना जाता है.

बेरोजगारी एक गंभीर समस्या है। इसके परिणाम बड़े ही घातक है। इसका दूर होना व्यक्ति और समाज दोनों के हित में है .

इसे संगठित एवं योजनाबद्ध रूप में ही दूर किया जा सकता है सिर्फ सरकारी प्रयास से ही यह संभव नहीं है। बेरोजगारी निवारण में व्यक्ति, समाज और सरकार तीनों  संयुक्त सच्चे प्रयास की जरुरत है 

बेरोजगारी को दुर करने के लिए संत रामपाल जी महाराज का योगदान

. हमारे देश में बेरोजगारी के बढ़ने के कई कारण हैं जिनमें से एक है भ्रष्टाचार जिसके अंतर्गत योग्यता के अनुसार रोजगार नहीं मिलता तथा योग्यता होते हुए भी उसे अपनी योग्यता के अनुसार रोजगार नहीं मिल पाता इसका एक ही कारण है कि बढ़ते हुए भ्रष्टाचार तथा रिश्वतखोरी के कारण उन लोगों को योग्यता के अनुसार रोजगार नहीं मिल पा रहा है लेकिन संत रामपाल जी महाराज ने एक बीड़ा उठाया है की हमारा देश भ्रष्टाचार तथा रिश्वतखोर मुक्त हो इसके चलते उन्होंने अपने शिष्यों को भ्रष्टाचार तथा रिश्वतखोरी फैलाने पर सख्त पाबंदी लगा रखी है तथा जिससे योग्यता के अनुसार लोगों को रोजगार मिल सके तथा वह अपना जीवन आसानी से बिता सकें


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